होली के त्योहार को मात्र एक ही दिन बचा है। कल 13 मार्च के दिन होलिका दहन ( Holika Dahan) का समारोह है तो वहीं 14 मार्च के दिन रंग भरी होली खेली जाएगी। खास बात ये है कि 14 मार्च के दिन चंद्र ग्रहण भी लगेगा। शास्त्रों के मुताबिक यदि मानें तो, होलिका के दहन होने वाली रात्रि को कुछ ऐसी गलतियां हैँ जिन्हें करने से अवॉयड यानि कि बचना चाहिए। क्योंकि इन गलतियों के परिणाम बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैँ।
जानिए शादी शुदा महिलाओं को भूल कर भी कौन – कौन सी ऐसी गलतियां हैँ, जो कि होली के त्योहार में नहीं करना चाहिए:
• ऐसी मान्यता है कि शादी शुदा महिलाओं को और सास बहू को कभी भी भूल कर भी एक साथ होलिका दहन को नहीं देखना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से न केवल सास बहू के रिश्ते खराब होतें हैँ, बल्कि परिवार में लड़ाई – झगड़े और कलेश कि समस्या भी हो सकती है।
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• वहीं, ये भी मान्यता है कि होलिका दहन कि रात्रि को या होली के त्योहार के समय चौक व चौराहों से नहीं निकलना चाहिए। अगर निकलते भी हैँ तो नीचे सड़क को अच्छे से देख सुन कर ही निकलना चाहिए।
• इसके पीछे कि वजह है कि फाल्गुन पूर्णिमा के समय जितनी भी नेगेटिविटी और नकारात्मक शक्तियाँ होती हैँ, उनका असर दो गुना तक अधिक बढ़ जाता है। वहीं, ये भी कहा जाता है कि चौराहों और जगह – जगह पर लोग टोने- टोटके करते लोग नजर आ जाते हैँ।
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• इस बात का भी खासतौर पर अधिक ध्यान रखना चाहिए कि चौराहों पर जाने के बाद एकदम अच्छे से जूते व चप्पलों को धोना चाहिए। इसके पीछे का मुख्य कारण है कि जूते व चप्पल को चौराहों में पहन कर निकलते हैँ। और नेगेटिविटी दाखिल होने का खतरा दो गुना तक अधिक बढ़ जाता है।
• होली के दिन गलती से भी रुपयों और पैसों का लेन- देन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि रंगों के त्योहार में पैसों का लेन – देन नहीं करना चाहिए, वरना माँ लक्ष्मी जी क्रोधित हो सकती हैँ।
• रंग वाली होली केवल और केवल सुबह से लेकर के दोपहर तक ही खेलना उचित होता है। शाम के समय होली खेलना शुभ नहीं माना जाता है।