Mousum Update: पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हरियाणा के कई जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी के साथ बारिश हुई। नारनौल में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इसके अलावा गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, करनाल, जींद, भिवानी, कैथल, चरखी दादरी के बाढड़ा, सिरसा के डबवाली और फतेहाबाद के रतिया के साथ-साथ भूना में भी तेज बारिश हुई।
कुरुक्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हुई।
कुरुक्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हुई। इस दौरान सोनीपत के बाढड़ा और चरखी दादरी में बारिश से अनाज मंडी में गेहूं भीग गया। इस बदले मौसम के कारण भारत के मैदानी इलाकों में तापमान में दो डिग्री की गिरावट आई है। लेकिन पिछले एक सप्ताह से सबसे गर्म चल रहा बाड़मेर गुरुवार को भी देश में सबसे गर्म रहा।
यहां न्यूनतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस
यहां न्यूनतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बुधवार को हरियाणा में सबसे अधिक तापमान हिसार में 42.9 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार को हरियाणा के अधिकतम तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मौसम विभाग के चंडीगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र
मौसम विभाग के चंडीगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र ने हरियाणा में शनिवार के लिए मौसम अलर्ट जारी किया। जिसके तहत नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, भादरा, लोहारू, चरखी दादरी, भिवानी, तोशाम, बावल, रेवाड़ी, बवानीखेड़ा में बादल छाए रहने, गरज, बिजली, तेज हवाएं और 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और ओलावृष्टि की संभावना है।
इससे पहले मौसम विभाग ने रात में दो बार
इससे पहले मौसम विभाग ने रात में दो बार हरियाणा के विभिन्न जिलों के लिए तूफान और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया था। कुछ इलाकों में आंधी और बूंदाबांदी भी हुई। शुक्रवार को बादल छाए रहने के साथ-साथ कुछ इलाकों में बूंदाबांदी की भी संभावना है। मौसम में आए अचानक बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग का काम जोरों पर है। ऐसे में तूफान और बारिश दोनों ही फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उत्तर-पश्चिमी हवाएं दिलाएंगी गर्मी से राहत
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूर्वी हवाओं के कारण तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी। आमतौर पर 10-15 अप्रैल के बीच जो तापमान रहता है, वह इस बार पहले ही पहुंच चुका है। सूरज की सीधी किरणें न पड़ने और बादलों के कारण तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसके कारण उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलेंगी और तापमान में 3-4 डिग्री की गिरावट आएगी। हालांकि 14 अप्रैल के बाद तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है।