नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) की शेरनी कही जाने वाली महरंग बलूच पुलिस की गिरफ्त में है। पाकिस्तानी पुलिस ने उसे पिछले दिन क्वेटा से गिरफ्तार किया था। तब से महरंग कहां और किस हालत में है, यह कोई नहीं जानता। महरंग जिंदा वापस आएगी या नहीं? इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता। पाकिस्तान ने महरंग पर आतंक फैलाने का आरोप लगाया है। तो आइए जानते हैं महरंग कौन है और उसे लेकर पाकिस्तान में इतना बवाल क्यों मचा हुआ है? डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक महरंग को क्वेटा के एक अस्पताल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस थाने ने महरंग के खिलाफ 22 मार्च 2025 को आतंकवाद निरोधक अधिनियम (एटीए) और पाकिस्तान पैनल कोड के तहत मामला दर्ज किया है।

हालात और खराब हो गए

महरंग की गिरफ्तारी के बाद से बलूचिस्तान में हालात और खराब हो गए हैं। मेहरंग बलूच बलूच यकजहती कमेटी (बीवाईसी) की प्रमुख हैं। महरंग बहुत कम समय में बलूचिस्तान आंदोलन का जाना-माना चेहरा बन गई हैं। उन्हें बलूच लोगों का मजबूत समर्थन हासिल है। अस्पताल के मुर्दाघर से शवों को ले जाने का आरोप मेहरांग समेत 150 लोगों पर है। पाकिस्तान पुलिस का कहना है कि हाल ही में जाफ़र एक्सप्रेस हाईजैक के दौरान मारे गए 5 लोगों के शव क्वेटा के एक अस्पताल में मौजूद थे।

इस दौरान BYC के कुछ लोग जबरन अस्पताल में घुस गए और 5 लोगों के शवों को अपने साथ ले गए। मेहरांग पर हिंसा भड़काने का भी आरोप है। पाकिस्तान पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में मेहरांग बलूच के अलावा बिबो बलूच, गुलजादी, साहिबा बलूच, सब्तुल्लाह बलूच, गुलजार दोस्त, रियाज गशकोरी और शाली बलूच के नाम शामिल हैं।

हालात और खराब हो गए

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक मेहरांग की गिरफ्तारी के बाद बलूचिस्तान में हालात और खराब हो गए हैं। पिछले चार दिनों से क्वेटा में इंटरनेट सेवा भी बंद थी, जिसे आज बहाल कर दिया गया है। मेहरांग बलूच बलूचिस्तान के एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनकी 5 बहनें और 1 भाई है। मेहरांग पेशे से डॉक्टर हैं। उनके पिता अब्दुल गफ्फार बलूच को भी 2009 में पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार किया था। 2011 में उनके पिता की हत्या कर दी गई थी। उस समय मेहरांग की उम्र महज 16 साल थी। 2017 में सेना ने मेहरांग के भाई को भी हिरासत में ले लिया था और कई महीनों बाद उसे मरणासन्न हालत में छोड़ा गया था।

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