नई दिल्ली: रविंद्र जडेजा सिर्फ एक गेंदबाज नहीं, बल्कि हर डिपार्टमेंट में एक पूरा पैकेज हैं। चाहे बात फील्डिंग, गेंदबाजी और बैटिंग किसी की भी हो हर क्षेत्र में उनकी पकड़ मजबूत है। उनकी स्पिन गेंदों में इतनी विविधता है कि बल्लेबाजों को अक्सर समझ नहीं आता कि किस तरह की गेंद आ रही है। उनकी फ्लाइट, ड्रिफ्ट और स्पिन, तीनों ही बेहद प्रभावशाली हैं।
जडेजा की एक और खासियत है उनकी फील्डिंग। वह एक शानदार फील्डर हैं और उन्होंने अपने फील्डिंग दौरान सटीक निशाने लगाकर कई बार मैचों का रुख पलट दिया है। जडेजा ने न सिर्फ गेंदबाजी में, बल्कि बल्लेबाजी में भी कई यादगार पारियां खेली हैं। निचले क्रम में आकर उन्होंने कई बार टीम को मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी जीत दिलाई है।
300 विकेट का महत्व
टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट का आंकड़ा पार करना किसी भी गेंदबाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि और सपना सच होने जैसा होता है। यह दर्शाता है कि गेंदबाज कितने अनुभवी और उसमे कितनी काबिलियत हैं। जडेजा के लिए यह आंकड़ा और भी खास इसलिए है क्योंकि वह एक ऑलराउंडर हैं। ऑलराउंडर के लिए इतने विकेट लेना आसान नहीं होता।
भारतीय स्पिन आक्रमण का भविष्य
जडेजा के 300 विकेट पूरे करने के साथ ही भारतीय स्पिन आक्रमण का भविष्य भी उज्ज्वल दिख रहा है। जडेजा के साथ-साथ रविचंद्रन अश्विन भी भारतीय टीम के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। इन दोनों गेंदबाजों की जोड़ी ने भारतीय टीम को की बड़े मुकाबलों में कई बड़ी जीत दिलाई हैं। रविंद्र जडेजा अभी भी अपने करियर के चरम पर हैं और आने वाले समय में वह और भी कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। जडेजा का लक्ष्य अब 400 विकेट का आंकड़ा पार करना होगा।