Bank of Baroda Home Loan: बीते दिनों आरबीआई के द्वारा अपनी मॉनिटरी पॉलिसी में बदलाव किया गया था। वहीं आरबीआई के द्वारा लगातार 9वीं बार रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया जा रहा है। ये फैसला आरबीआई के द्वारा किया गया है। इसका अर्थ ये है कि केंद्रीय बैंक ने अपनी तरफ से न तो कर्ज महंगा किया है और न ही कम किया है। लेकिन सरकारी बैंकों ने लोन पर ब्याज दर को महंगा कर दिया है। जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और यूकों बैंक आदि शामिल हैं।
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कैसे महंगा हो गया लोन
आपको बता दें बैंक ऑफ बड़ौदा, यूको बैंक और केनरा बैंक ने एमसीएलआर यानि कि मार्जिनल कॉस्ट के रेट को बढ़ा दिया है। इसमें 5 बीपीएस का इजाफा हो गया है। इस फैसले से सबसे ज्यादा होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों पर प्रभाव पड़ा है। बीओबी और केनरा बैंक की एमसीएलआर में इजाफा 12 अगस्त से लागू हो जाएगा। लेकिन यूको बैंक में ये इजाफा आज यानि कि 10 अगस्त से लागू हो गया है।
मार्जिनल कॉस्ट में कितना हुए इजाफा
बीओबी ने तीन महीने के टेन्योर के लिए एमसीएलआर में 8.45 फीसदी से 8.5 फीसदी का इजाफा कर दिया है। वहीं 6 महीने की अवधि के लिए ये 0.05 फीसदी बढ़ाकर 8.75 फीसदी का हो गया है। केनरा बैंक ने पर्सनल लोन और ऑटो लोन के लिए एक साल की अवधि का एमसीएलआर 9 फीसदी कर दिया है। इससे पहले ये 8.95 फीसदी था। वहीं कोलकाता की यूको बैंक ने एक महीने की अवधि पर एमसीएलआर को 8.3 फीसदी से 8.35 फीसदी कर दिया है।
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एमसीएलआर क्या होता है?
आरबीआई के द्वारा साल 2016 में एमसीएलआर सिस्टम को लागू किया गया था। ये असल में एक बेंचमार्क ब्याज दर है। जिसको बैंक लेंडिंग रेट यानि कि लोन देने की ब्याज दर तय करने के लिए उपयोग करते हैं। इसका अर्थ है कि बैंक किसी भी ग्राहक को इससे कम ब्याज दर पर लोन नहीं दे सकता है। एमसीएलआर बढ़ने से लोन लेने वालों लोगों पर काफी असर पड़ा है। जो कि लोन से सीधे जुड़ा है। इसके बाद लोन की ब्याज दर में इजाफा होगा। इसके बाद ईएमआई भी बढ़ जाएगी।