नई दिल्ली- अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया प्रस्ताव पर वोटिंग की नौबत भी नहीं आई। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की इस दौरान उन्होंने एनडीए सरकार के काम गिनाए। इसके साथ-साथ उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ विपक्षी के नए गठबंधन इंडिया पर जमकर निशाना साधा है।
बता दे कि संसद में नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया वोटिंग की नौबत ही नहीं आई पीएम के भाषण के दौरान बीच में ही विपक्ष की वर्क आउट कर दिया गया। पीएम के आधे भाषण के बाद सदन में विपक्षी की बेंच खाली रही। हालांकि पीएम मोदी ने अपना संबोधन जारी रखा।
अपने 133 मिनट के संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने आज संसद से ही 2024 का चुनावी एजेंडा सेट कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि तीसरा टर्म भी नरेंद्र मोदी का ही होगा। और यही जनता का विश्वास है। पीएम ने कहा कि नो कॉन्फिडेंस जनता का केंद्र सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि कांग्रेस और कांग्रेस से जुड़े दलों के खिलाफ है।
अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जवाब ऐतिहासिक भाषणों में दर्ज हो गया है। दरअसल किसी भी ना कॉन्फिडेंस मिशन के वक्त किसी प्रधानमंत्री का सबसे लंबा भाषण का रिकॉर्ड भी अभी तक नरेंद्र मोदी के नाम है। जिन्होंने गुरुवार को लाल बहादुर शास्त्री का 2 घंटे 12 मिनट का रिकॉर्ड तोड़कर 2 घंटे 13 मिनट तक संबोधन किया अपने लंबे भाषण में पीएम ने 9 बार इंडिया बोल 50 बार कांग्रेस और 18 बार मणिपुर का जिक्र किया।
पीएम मोदी गुरुवार को 4:57 पर सदन पहुंचे थे साथ में थी दर्जनों कागज वाली एक मोटी फाइल इसे देखकर समझ आ गया था कि नरेंद्र मोदी अब फुल फाइनल खेलने के लिए आए हुए कच्चा चिट्ठा लेकर आए हैं इसके बाद शाम 5:07 पर प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू हुआ इसके बाद 133 मिनट के अंदर उन्होंने कांग्रेस का इतिहास याद दिलाया राहुल गांधी की बात की। इंडिया गठबंधन को निशाने पर लिया। और मणिपुर पर बात की इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने तीसरे टर्म में देश को दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बनाने का भी दावा किया है।
एक तरह से नरेंद्र मोदी ने 2024 के चुनाव की पिच संसद से ही तैयार कर ली मोदी ने कहा कि मैंने दो हजार अट्ठारह में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा था। कि यह हमारे लिए फ्लोर टेस्ट नहीं है। बल्कि यह उनके लिए प्रोटेस्ट है और परिणाम स्वरुप वह विपक्षी चुनाव हार गए मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं। कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और यह प्रस्ताव लेकर आए।