नई दिल्ली: मांगों को लेकर एक बार फिर किसान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का घेराव करने के लिए तैयार हैं। यूपी और राजस्थान सहित आसपास के कई राज्यों से किसान इकट्ठा होंगे, जिसे लेकर दिल्ली पुलिस काफी अलर्ट पर है। दिल्ली बॉर्डर के अंदर किसान ना घुस पाएं, जिसके लिए पुलिस ने अभी से किलेबंदी शुरू कर दी है।

दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली चलो नारा देकर 13 फरवरी को करीब 2000 से 2500 ट्रैक्टर के साथ 25 से 20 हजार किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने की उम्मीद है। यह रिपोर्ट खुफिया है, जिस पर आधिकारिक रूप से अभी कुछ नहीं गया है।

किसानों की करीब 200 यूनियन द्वारा आयोजित कार्यक्रम से पहले यह जानकारी सामने आई है। दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचकर किसानों को कैसे विरोध प्रदर्शन करना है, इसके लिया अभ्यास भी कराया गया है। कई जगह अभ्यास शिविर लगाया, जहां बड़ी संख्या में किसान जुटे।

खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

दिल्ली पुलिस को मिली खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, किसान यूनियनों ने निर्धारित मार्च से पहले 40 रिहर्सल की थीं, जिनमें से 10 हरियाणा में और 30 पंजाब में आयोजित की गईं हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि किसान कार, बाइक, मेट्रो, रेल या बस से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आ सकते हैं।

इस आंदोलन में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, केरल और कर्नाटक के किसानों के शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा, आंदोलन के संबंध में किसान संगठनों द्वारा 100 से अधिक बैठकों का आयोजन किया जा चुका है।

कानून-व्यवस्था में बाधा बन सकते हैं अराजक तत्व

पुलिस को मिली खुफिया रिपोर्ट में कहा गया कि किसानों के जत्थे में शामिल होकर कुछ अराजक तत्व कानून-व्यवस्था में बड़ी बाधा बन सकते हैं। कुछ किसान दिल्ली में प्रवेश करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के आवास के बाहर इकट्ठा होने की उम्मीद है।

इसके साथ ही अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए दिल्ली की सभी सीमाओं पर सोशल मीडिया की निगरानी जरूरी है। सुरक्षा के लिए दिल्ली के अंदर मजबूत बैरिकेडिंग की जरूरत है।

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