Google Chrome Update: अगर आप भी इंटरनेट ब्राउजिंग के लिए गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं तो अब सावधान हो जाएं क्योंकि आप इस समय बड़े खतरे में हैं। हैकर्स आपका निजी डेटा चुरा सकते हैं और ब्राउज़र को पूरी तरह से क्रैश भी कर सकते हैं।
जी हां, भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In यानी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने Google Chrome यूजर्स के लिए हाई-रिस्क वॉर्निंग जारी की है।
अपने सबसे नए नोट – CIVN-2024-0085 में, CERT-In ने विंडोज और मैक दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए 122.0.6261.11/2 से पहले के Google Chrome संस्करणों में मौजूद कई कमजोरियों पर प्रकाश डाला है। इन खामियों को उच्च रेटिंग की गंभीरता के साथ सूचीबद्ध किया गया है, जो उपयोगकर्ताओं पर मंडराते खतरे को दर्शाता है।
हैकर्स सिस्टम को नियंत्रित कर सकते हैं
CERT-In का भेद्यता नोट CIVN-2024-0085 Google Chrome ब्राउज़र में खोजी गई कई कमजोरियों का विवरण देता है। हैकर्स इन कमजोरियों का फायदा उठाकर संवेदनशील डेटा चुरा सकते हैं या आपके सिस्टम पर पूरा नियंत्रण भी ले सकते हैं। सरकार की ओर से जारी सेफ्टी नोट से यह भी पता चलता है कि ये खामियां गूगल क्रोम के किस हिस्से में हैं। आइए इसके बारे में भी जानते हैं…
फेडसीएम
जानकारी के मुताबिक, पहला बग “यूज-आफ्टर-फ्री” फीचर में पाया गया है, जिसके इस्तेमाल से हैकर्स ब्राउजर की मेमोरी में हेरफेर कर सकते हैं और उसके कोड को एडिट भी कर सकते हैं।
जावास्क्रिप्ट इंजन, V8
रिपोर्ट में Google Chrome के जावास्क्रिप्ट इंजन, V8 में “सीमा से बाहर मेमोरी एक्सेस” और “अनुचित कार्यान्वयन” से संबंधित कमजोरियों का भी हवाला दिया गया है। ये खामियाँ हैकर्स को खतरनाक कोड डालने या आपके ब्राउज़र को पूरी तरह से क्रैश करने में सक्षम कर सकती हैं, जो काफी खतरनाक है।
अपना ब्राउज़र तुरंत अपडेट करें
CERT-In के अनुसार, हैकर्स आपके सिस्टम पर विशेष रूप से तैयार किए गए वेबपेज भेजकर इन कमजोरियों का फायदा उठा सकते हैं। एक बार जब उपयोगकर्ता इस वेबपेज पर जाता है, तो हैकर्स क्रोम के भीतर मौजूद खामियों का फायदा उठाकर आपके सिस्टम पर कई तरह से हमला कर सकते हैं। अगर आप भी गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं तो अब अपने ब्राउजर को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट कर लें।