नई दिल्लीः यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपरिपक्वता का हवाला देकर उत्तराधिकारी के पद से खारिज कर दिया था। इसके बाद मायावती पर बीजेपी से मिलीभगत के आरोप लगाए गए थे। सपा और कांग्रेस के नेताओं तो मायावती के ऊपर बीजेपी के इशारों पर काम करने की बात कही। एक बार फिर मायावती ने अपने भतीजे को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है।
रविवार को लखनऊ में मायावती के नेतृत्व में हुई बसपा नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया जिसके बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं एक दिन पहले शनिवार को बसपा सुप्रीमो ने आकाश आनंद को स्टार प्रचारक बनाकर यह संकेत दिए थे।
भतीजे आकाश आनंद को मायावती ने दिया आशीर्वाद
बसपा का उत्तराधिकारी घोषित करने के आकाश आनंद ने अपने बुआ मायावती के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। मायावती ने भी अपने बेटे समान भतीजे की पीठ थपथपाई और सिर पर हाथ रखकर प्यारभरा आशीर्वाद दिया। आकाश को एक बार फिर पार्टी की कमान संभालने का मौका मिला है। उन्हें दोबारा बसपा का राष्ट्रीय संयोजक भी बना दिया गया है।
आपको बता दें कि आकाश को उत्तराखंड उपचुनाव के लिए पार्टी का स्टार प्रचारक बना दिया गया था। आकाश आनंद चुनाव के दौरान बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा था। बीजेपी को आतंकियों की पार्टी बताकर खूब सुर्खियों बटौरी थी। इसके लिए आकाश आनंद के खिलाफ एक थाने में मामला भी दर्ज किया गया था।
लोकसभा चुनाव में बसपा का नहीं खुला खाता
18 लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा का काफी खराब प्रदर्शन रहा था। उसे यूपी की 80 में एक भी सीट हाथ नहीं लगी, जिससे कार्यकर्ताओं को काफी निराशा झेलनी पड़ी थी। डबल इंजन की सरकार चला रही बीजेपी को भी इस बार यूपी में काफी नुकसान हुआ, जिसे कुल 33 सीटें मिली थीं।
पिछले चुनाव में बीजेपी ने यूपी में 62 सीटें जीतकर कीर्तिमान रचा था। यूपी में लोकसभा सीटों के हिसाब से सबसे बड़ी पार्टी सपा बनी। सपा को 37 सीटों पर जीत दर्ज हुई। पिछले चुनाव की बात करें सपा को कुल 5 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस बार 6 सीटों पर जीत दर्ज की।