नई दिल्लीः 18वीं लोकसभा चुनाव बाद एनडीए संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मिति से नेता चुन लिया गया। लगातार तीसरे बार नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया जो अब जल्द ही लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। शपथ समारोह 9 जून शाम 6 बजे के करीब किया जाएगा, जिनके साथ कुछ नेता केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। ससंदीय दल की बैठक में एनडीए घटक दल के सभी सदस्य मौजूद रहे, जो लगातार मेज थपथपाते नजर आए।
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को जारी किए गए थे, जहां एनडीए को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन गृह मंत्री अमित शाह,राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, एचडी कुमार स्वामी और चंद्रबाबू ने किया। एनडीए के सभी सांसदों के चेहरे पर काफी उत्साह देखने को मिला।
राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव पेश कर कही बड़ी बात
पुरानी संसद भवन के हॉल में नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने के लिए एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया। शुक्रवार दोपहर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी सदस्यों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया। इस बीच राजनाथ सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार लगातार पीएम बनने वाले पहले नेता हैं।
साल 162 के बाद पहली बार ऐसा नजारा देखने को मिलेगा। एनडीए को बहुमत मिलने के लिए सभी मौजूद नेताओं को शुभकामनाएं भी दी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया किया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए बड़ी बातें कही। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पद पर रहते बहुत काम किया जो बचा हुआ है उसे भी करेंगे। बिहार का भी जो काम अधूरा है वो अब पूरा होगा। उन्होंने कहा, सब मिलकर और साथ चलेंगे।
नीतीश और चंद्रबाबू नायडू बने किंग मेकर
लोकसभा चुनाव में इस बार जेडीयू के प्रमुख नीतीश कुमार और टीडीपी प्रुमख चंद्रबाबू नायडू किंग मेकर बनकर उभरे हैं। बिहार में नीतीश कुमार को 12 और चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश में 16 सीटों पर जीत मिली। बीजेपी को अकेले दम पर बहुमत नहीं मिला जिसके बाद वे किंगमेकर बनकर उभरे। बीजेपी इस बार 240 सीटों पर सिमट गई जो बहुमत के 272 जादुई आंकड़े से 32 कम है।