नई दिल्लीः जापान में आए भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। झटके एक के बाद एक तीन में घंटे में 30 बार भूकंप के झटकों ने इमारतों और पेड़ जमींदोज हो गए। भूकंप की तीव्रता 7.6 रही। इसके बाद जापान में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद सुनामी को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। दूसरी ओर एक अमेरिकी एजेंसी के अनुसार, अब सुनामी का खतरा पूरी तरह से टल गया है। जापान के तमाम इलाकों में 1 मीटर (3.3 फीट) से ज्यादा ऊंची लहरें उठ रहीं हैं।
यह दावा हवाई स्थित प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने जारी की गई है। इसके जापान के तट पर सुनामी की पहली लहरें टकरा रही हैं। तस्वीरों में सड़कों पर दरारें पड़ गई। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि खतरा अभी टला नहीं है। अधिकारी अभी भी नुकसान के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं।
जापान में भूकंप के बाद दहशत में लोग
जापान में तेज भूकंप के बाद दहशत से लोग सहमे हुए हैं। इसके साथ ही अब तक अच्छी बात यह है कि वहां के न्यूक्लियर प्लांट्स में कोई गड़बड़ी देखने को नहीं मिली है। जापान के परमाणु नियामक प्राधिकरण ने इस बात की जानकारी साझा की है। जापान के तटीय इलाकों में कुल पांच प्लांट स्थित हैं।
वहीं, दक्षिण कोरिया ने गैंगवोन प्रांत के निवासियों को सावधानी बरतने और ऊंचे स्थानों पर चले जाने की चेतावनी जारी कर दी गई है। दक्षिण कोरिया की विज्ञान एजेंसी के मुताबिक, 45 सेमी की सुनामी लहर गैंगवॉन प्रांत में मुखो के पूर्वी तट तक पहुंची।
पहली लहर आने के बाद लहरें और ऊंची देखने को मिल सकती है। चेतावनी के मुताबिक, इशिकावा, निगाटा, नागानो और टोयामा के प्रांत को खतरे वाले जोन में चिन्हित कर दिया गया। इसके साथ ही 80 सेमी की लहरें लगभग 4:35 बजे टोयामा प्रांत तक पहुंच गईं और 40 मीटर की लहरें भी 4:36 बजे काशीवाजाकी निगाटा राज्य तक रही। यह शाम 4:10 बजे निगाटा के साडो द्वीप पर भी पहुंच गया।