नई दिल्ली: बिहार की राजधानी पटना में आज सियासी पारा चढ़ा हुआ है, जहां शह और मात का खेल देखने को मिल रहा है। एनडीए और महागठबंधन दोनों में एक दूसरे ने सेंधमारी के लिए पूरी ताकत झोंकी है। दूसरी तरफ बिहार विधानसभा में स्पीकर को हटाने का प्रस्ताव पेश कर दिया गया हैं।
विधानसभा में अब स्पीकर का पद उपाध्यक्ष संभाल रहे हैं। स्पीकर को हटाने की प्रक्रिया के बाद बिहार सदन में नीतीश कुमार सरकार को अपना बहुमत साबित करना होगा, जिसके चलते दोनों तरफ से चेहरे पर काफी निराशा देखने को मिल रही है। नीतीश सरकार आज विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना होगा।
इस बीच आजेडी की तरफ से कहा जा रहा है कि विपक्ष पर ऑपरेशन लालटेन भारी पड़ रहा है। आरजेडी, कांग्रेस समेत महागठबंधन में शामिल सभी विधायकों को पटना में तेजस्वी आवास पर रोका गया था। बीजेपी-जेडीयू विधायकों को चाणक्य होटल और पाटलिपुत्र होटल में रखा गया था।
इस समय सदन में सीटों का गणित
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें है। बहुमत का आंकड़ा प्राप्त करने के लिए 122 सीटें हैं। NDA के पास 128 विधानसभा सदस्य हैं। इसमें बीजेपी के पास 78 सीटें, JDU के पास 45 सीटें, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी साथ हैं। विपक्ष के पास 114 विधायक हैं।
आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीआई (एम) के 2, सीपीआई के 2 विधायक हैं। अब देखना होगा कि क्या नीतीश के साथ विधायक हैं। बिहार विधानसभा की कार्यवाही डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने संभाल ली है। इसके बाद स्पीकर के अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही की जाएगी।
तेजी से बदल रहे बिहार के सियासी घटनाक्रम
बिहार में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव पर कार्यवाही शुरू हो गई है। आरजेडी के विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को स्पीकर पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुझे पद से हटाए जाने की सूचना है। कानूनी रूप से यह सूचना सही है।
अब सदन की कार्यवाही उपसभापति संभालेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि बिहार विधानसभा में स्पीकर को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस पर अब चर्चा चल रही है। सदन के सदस्य अपने-अपने विचार रख रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, जानकारी के मुताबिक, भागीरथी, रश्मि वर्मा और मिश्रीलाल यादव विधानसभा से अनपुस्थित हैं।