नई दिल्ली- राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नाथद्वारा में चारभुजा के दर्शन कर लौटते समय एक बड़ी बात कही है। जिसको लेकर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। एक तरफ वसुंधरा राजे को राज्य की किसी भी कमेटी में नाम नहीं था। तो लोग कह रहे थे। कि भाजपा उन्हें नजरअंदाज कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वसुंधरा राजे ने जो बयान दिया। उसके बाद राजनीतिक गलियारों में या चर्चा होने लगी कि पार्टी अब जल्द ही उन्हें लेकर कोई बड़ी भूमिका दे सकती है।
नाथद्वारा में चारभुजा के दर्शन कर लौटते वक्त शुक्रवार को वसुंधरा राजे ने कहा कि मैं कोई भी बड़े काम की शुरुआत करती हूं तो सबसे पहले राजसमंद जाती हूं। और चारभुजा व नाथद्वारा के दर्शन जरूर करती हूं।
बता दे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को कोटा एयरपोर्ट पर जब या बयान दिया तो इसका और क्या मतलब हो सकता है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में चंद महीने शेष है। और चुनाव से पहले वसुंधरा राजे ही एक ऐसी नेता है। जो पार्टी को एक जुट कर सकती लगता है। कि भारतीय जनता पार्टी वसुंधरा राजे को लेकर जल्द ही कोई बड़ा ऐलान कर सकती है।
राजस्थान के अंदर 25 साल से एक मिथक चल रहा है। कि एक बार भाजपा सरकार बनती है। तो दूसरी बार कांग्रेस सरकार बना लेती है। लेकिन इस बार अशोक गहलोत अपने काम गिरते हुए राजस्थान में मिशन 156 पर कम कर रहे हैं। वह राजस्थान में सरकार रिपीट करने का दावा कर रहे हैं तो अब वसुंधरा राजे भी मैदान में आकर सक्रिय हो सकती है। ऐसे में क्या कांग्रेस सरकार रिपीट कर पाएगी या 25 साल का जो मिथक चल रहा है। वह इस बार भी बरकरार रहेगा।