नई दिल्ली- 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान का सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है। इस बीच राजस्थान की लोकसभा सीट पर अब चर्चा तेज हो गई। एक तरफ विधानसभा चुनाव का तापमान बढ़ता जा रहा है। दूसरी तरफ इस बीच राजनीति में अपना अलग रुख रखने वाले का वरिष्ठ नेता के रूप में जानने वाले नाथूराम मिर्धा की पोती ज्योति मिर्धा ने दादा की सियासी विरासत तक चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है।
बता दे की 2024 का लोकसभा चुनाव अभी भले ही दूर हो लेकिन राजस्थान उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में 2024 की तैयारियां जोर शोर पर शुरू हो चुकी है। अभी से लेकर राजस्थान की नागौर सांसद सीट से नेता नाथूराम मिर्धा की पुत्री ज्योति मिर्धा इस सीट से चुनाव लड़ने क्या दवा कर रही है। बताया जाता है। कि प्रदेश में जाट राजनीति में अपना अलग रुख रखने और इन्हीं जाटों के प्रमुख नेता माने जाने वाले नाथूराम मेड़ता अपनी पोती को सियासी विरासत से चुनाव लड़ना चाहते है। पिछले कई चुनाव में दादा की पोती नागौर ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के अलग-अलग कार्यक्रम में भेजा गया था।
नेता नाथूराम मेड़ता की पोती ने कहा कि नागौर की ज्योति हूं जैसे नारों के बावजूद ज्योति नाथूराम मिर्धा की विरासत को बनाए रखने में कामयाब हो पाई है। इस तरह से पिछले चुनाव में भी एनडीए उम्मीदवार और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने बाजी मार ली थी।
बता दे की राजस्थान की रहने वाली ज्योति वरिष्ठ नेता नाथूराम मेड़ता की पोती यह राम प्रकाश मेड़ता और वेद मेड़ता की बेटी इनका जन्म बताया जा रहा है।
26 जुलाई 1972 को नई दिल्ली में हुआ था ज्योति ने एसएम मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया इनकी शादी नरेंद्र गहलोत से हुई यह एक बिजनेसमैन साथ करना शंकर गहलोत बीजेपी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी इनका एक बेटा भी है। देखने वाली बात है कि किस तरीके से यहां के रणनीति बदलता है और कौन यहां से चुनाव लड़ता है यह आने वाला समय बताएगा।