TRAIN ACCIDENT: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में अचानक ट्रेन के 10 से 12 डिब्बे बेपटरी होने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में 4 यात्रियों की मौत गई है, जबकि दो दर्जन से ज्यादा घायल हो गए. हादसे की वजह का अभी पता नहीं चल सका है. घायलों को तुरंत पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है. अब सभी के मन में यही सवाल है कि अचानक ट्रेन के डिब्बे पटरी से कैसे उतर गए? क्या इसमें कोई साजिश तो नहीं.
इंडियन रेलवे की तरफ से अभी आधिकारिक रूप से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है. स्थानीय लोग हादसे में फंसे यात्रियों की मदद के लिए पहुंचे, जहां कई को सुरक्षित बाहर निकाला गया. सूचना मिलते ही गोंडा प्रशासन भी पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. जिले के कई सीनियर अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं, जहां एक-एक पहलू पर पूछताछ की जा रही है.
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चंडगीढ़ से बनकर चली थी ट्रेन
पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ से बनकर असम के डिब्रगढ़जा रही एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार को यूपी के गोंडा में अचानक 10 से 12 डिब्बे बेपटरी हो गए. यह सब देख यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. लोको पायलट ने किसी तरह से ट्रेन पर नियंत्रण पा लिया. हादसा के शोर सुन स्थानीय लोग भी घटनास्थल पहुंच गए, जहां डिब्बों में फंसे लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सकता.
गोंडा प्रशासन की तरफ से सभी घायलों को पास के ही हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. मृतकों के शव भी अस्पताल भिजवा दिए. अभी मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है. अभी तक मिली रिपोर्ट के अनुसार, करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है. अभी मृतकों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है.
रेलवे ने मदद के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर
गोंडा में हुए भयंकर हादसे के बाद रेलवे की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है, जहां यात्री अपनी समस्या के समाधान को कॉल कर सकते हैं.सभी के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार कैसे हो हुई? हादसे के पीछे क्या कोई साजिश है. नहीं तो फिर क्या वजह है.
अचानक पटरी से इतने डिब्बे कैसे उतर गए. कुछ जानकारों ने बताया कि अगर ट्रेन की रफ्तार धीमी तथी नहीं तो और भी भयंकर हादसा हो सकता था. गोंडा प्रशासन अब घटनास्थल पहुंचकर एक-एक बिंदु की जांच में जुटा है.