नई दिल्ली: उत्तराखंड के हल्द्वानी में उस समय बवाल हो गया, जब अवैध रूप से बनाए गए मदरसे पर बुलडोजर कार्रवाई की जा रही थी। मदरसे पर कार्रवाई से गुस्साए लोगों ने पुलिस टीम पर भी हमला बोल दिया, जहां खूब ईंटें और पत्थर फेंके गए। उपद्रवियों ने ऐसा आतंक मचाया कि अब तक 4 लोगों की मौत के अलावा सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मी घायल हो गए।
बिगड़ते हालात को देखते हुए राज्य प्रशासन ने हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया, और दंगाइयों को गोली मारने के आदेश दिए ए। हिंसा में सभी घायल पुलिसकर्मियों को जल्द अस्पताल पहुंचाया गया। बेकाबू हालात को देखते हुए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और कानूनी व्यवस्था कायम करने के दिशा-निर्देश दिए।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को पुलिस कर्मियों की टीम हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में ‘अवैध’ रूप से बनाए गए मदरसा और मस्जिद को जमींदोज करने पहुंची थी। पुलिस कर्मियों की टीम ने जैसी ही कार्रवाई का काम शुरू किया, वैसे ही बड़ी संख्या में महिलाओं सहित गुस्साए स्थानीय लोग कार्रवाई के खिलाफ सड़कों पर उतर आए।
उन्हें बैरिकेड तोड़ते और विध्वंस की कार्रवाई में लगे पुलिसकर्मियों के साथ बहस करते देखा गया। जब बुलडोजर का की कार्रवाई चल रही थी, उसी समय भीड़ हिंसक में तब्दील हो गई। लोग नारेबाजी के बाद पथराव करने लगीदेखते ही देखते पूरे क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण हो गए।
बुलडोजर चलाने पहुंचे प्रशासन पर उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया। यह सब देख पुलिस कर्मियों ने भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया तो बवाल और बढ़ गया। फिर रामनगर से अतिरिक्त पुलिस फोर्स को बुलाया गया और फिर मोर्चा संभाला।
सीएम ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बिगड़ते हालातों पर हाई लेवल बैठक बुलाई। उन्होंने बैठक में दंगाइयों को देखते ही गोली से मारने की अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के लिये अधिकारियों को सख्ती से निपटने के लिए निर्देश दिए।
देहरादून में अपने आधिकारिक आवास पर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के बाद उन्होंने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।