Wayanad landslides Update: वायनाड में भूस्खलन ऐसी तबाही लेकर आया कि शवों को उठाते-उठाते कंधे भी झुक गए. एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीम लगातार रेस्क्यू कर दबे लोगों को निकालने में लगी हैं. शव को देखकर स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों में चीख-पुकार मची हुई है. किसी ने मां को खो दिया तो किसी के सिर से पिता का साया उठा गया.
इतना ही नहीं किसी बहन ने इकलौता भाई खो दिया तो किसी का पूरा परिवार ही भूस्खलन विनाशकारी आपदा की भेंट चढ़ गया. राज्य प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 250 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अभी भी 206 लोग मलबे में दबे होने ही आशंका जताई गई है. मरने वालों की संख्या में अभी बड़ा इजाफा देखने को मिल सकता है.
मलबे में दबे लोगों को ढूंढने के लिए अब खोजी कुत्तों का सहारा लिया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरों की तरफ से भूस्खलन की कुछ भयावह तस्वीरें शेयर की हैं. इसरों द्वारा शेयर की गई तस्वीरें बहुत ही डरावनी हैं, जिन्हें देखकर आपका भी कलेजा हिल जाएगा.
Read More: 7th Pay Commission DA Hike: केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में होगी बंपर बढ़ोतरी, डीए पर आई गुड न्यूज
भूस्खलन के इलाके में चार मंत्री लगातार रहेंगे तैनात
वायनाड के जिस इलाके में भूस्खलन होने से तबाही मची है वहां एनडीआरएफ, एसडीआरफ सहित पुलिस प्रशासन की टीमें लगी हुई हैं. अब चार मंत्रियों को देखरेख के लिए घटनास्थल पर रखा गया है. केरल के सीएम पिनराई विजयन ने कहा कि राहत-बचाव अभियान में अभी अगले दिनों तक जारी रहेगा. इस अभियान पर नजर रखने के लिए सरकार ने अपने चार मंत्रियों की टीम को घटनास्थल पर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं.
ये चारों मंत्री हादसे वाली जगह 24 घंटे तक तैनात रहेंगे. इतना ही नहीं पल-पल की रिपोर्ट सीएमओ को भेजेंगे. सीएम पिनराई विजयन ने कहा कि अब दबे लोगों के जीवित रहने की संभावना बहुत कम हैं. सेना का कहना है कि जिन लोगों को बचाया जा सकता था, उन्हें बचा लिया. अभी भी बड़ी संख्या में लोग लापता हैं. सीएम ने आगे कहा कि भूस्खलन के कई इलाकों से काफी शव को बरामद कर लिया है. चालियार नदी से भी कई शव बरामद किए गए हैं.
इसरो ने शेयर की भयावह तस्वीरें
Read More: 180MP कैमरा के साथ भारत में बवाल सबकी माकेट डाउन करने आ रहा धाकड़ फोन, कल होगा तगड़ा मुकाबला
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने वायनाड भूस्खलन आपदा की कुछ तस्वीरें लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. इसरो के हैदराबाद सेंटर ने कार्टोसैट-3 ऑप्टिकल सैटेलाइट और रीसेट सैटेलाइट से कुछ फोटोज कैद की हैं. तस्वीरों से पता चला कि रिकॉर्डतोड़ बारिश के चलते भूस्खलन 1,550 मीटर की ऊंचाई पर हुआ.
एक रिपोर्ट की मानें तो चूरलमाला सिटी और उसके आसपास तेज बारिश के चलते बड़े पैमाने पर मलबा बहकर आने से भूस्खलन की घटना हुई. यह 86,000 वर्ग मीटर में फैल गया है, जिससे जनमानस को भारी नुकसान हुआ है. जानकारी के लिए बता दें कि वायनाड से पूर्व सांसद रहे राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा किया. यहां उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर दुख साझा किया. मृतकों की आत्मा को शांति और परिजनों को शक्ति प्रदान करने की कामनी की है.