नई दिल्ली– बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख मायावती ने 2024 और 2017 में फतह हासिल करने के लिए उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन तलाश रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी से चुनाव हारने के बाद बहुजन समाज पार्टी पूरी तरह से छुप गई थी वह एक बार फिर से मायावती के एक अलग प्लेन से उभरती हुई नजर आ रही है मायावती का यह प्लान क्या है नीचे खबर में आपको हम विस्तार से बताते हैं
दरअसल बहुजन समाज पार्टी के सूत्रों का कहना है कि जिस तरीके से 2018 और 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की वजह से समाजवादी पार्टी का फायदा हुआ था। अब बहुजन समाज पार्टी किसी भी संगठन के साथ जुड़कर काम नहीं करेगी अब वह सिर्फ अकेले दम पर सारे चुनाव लड़ेगी।
आपको बता दे की पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। जिसकी सरगर्मियां पूरे देश में है और हर किसी की नजर मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ राजस्थान मिजोरम और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव पर है। और यहां पर किसकी सरकार बनेगी किसकी तरफ जनता का झुकाव है। इस सब पर हर किसी की नजर बनी हुई है। चुनाव में बस सिर्फ एक महीने का समय रह गया इस महीने के समय को लेकर अब अलग-अलग तरीके के बयान निकलकर सामने आ रहे हैं।
बहुजन समाज पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया उन्होंने मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है इस सियासी हलचल के बीच मायावती का हर एक कदम कई मायनों में अलग देखा जा रहा है। अब इस बात की चर्चा भी शुरू हो गई है। कि मायावती लोकसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आदिवासियों के सहारे दलितों के सहारे दलित वॉटर के सहारे एक बार फिर से अपनी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है।
अगर उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है और 2027 में एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव होगा। मायावती दलित वॉटर के सहारे उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन फिर से तलाश रही है।