बार-बार क्यों भूकंप से कांप उठती है धरती, कैसे तय होता है केंद्र बिंदु, जानें रोचक तथ्य

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EARTHQUAKE (1)
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नई दिल्लीः उत्तर भारत में एक बार फिर भूकंप के झटके से धरती हिल गई, जिससे किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.5 रही, जिसका केंद्र बिंदु नेपाल था। भूकंप के झटके देख गांव और शहरों में लोग दहशत में आ गए, जो ऑफिस और घरों से बाहर निकले। करीब 10 सेकेंड तक भूकंप के झटकों से मकान, दुकान और छतों में लटके पंखे भी हिलते दिखे।

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अब ऐसे में सबके मन में यह सवाल है कि आखिर भूकंप कैसे आता है, जो सारी पृथ्वी को थरथर कंपा देता है जिसे जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है। अगर आपको नहीं तो हम अपने आर्टिकल में नीचे बताने जा रहे हैं, जो हर किसी के लिए काफी मायने रखता है।

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जानिए भूकंप क्यों आता है

भूकंप आने देश और विदेशों में भारी नुकसान भी होते रहे हैं, जिससे बड़ी-बड़ी इमारतें भी जमींदोज हो जाती हैं। वैसे आज भूकंप से किसी प्रकार के हताहत की जानकारी नहीं मिली है। ऐसे में सभी के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या कारण है जो भूकंप के झटके कभी भी हंसती खेलती जिंदगी में दहशत पैदा कर देता है। कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सबसे प्रमुख कारण है वह यह है कि जब टैक्टोनिक प्लेट्स की स्थिति में परिवर्तन होता है।

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जानकर हैरानी होगी कि पृथ्वी में 12 टैक्टोनिक प्लेट्स शामिल होती हैं। ये सभी प्लेट्स जब आपस में टकराती हैं तो ऊर्जा निकलती है। इसे ऊर्जा से पृथ्वी हिलती है, जिसे भूकंप कहा जाता है। ये प्लेट्स काफी कम गति से घूमती रहती हैं, जो हर साल अपनी जगह से 4 से 5 मिमी तक अलग हो जाती हैं। कभी ऐसा भी होता है कि कोई प्लेट किसी से बहुत दूर हो जाता है तो कोई किसी के नीचे तक चली जाती है। इसी प्रक्रिया के दौरान प्लेट्स के टकराने से भूकंप के झटके महसूस होते हैं।

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भूकंप का केंद्र से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

भूकंप के झटके जब महसूस होते हैं तो सबसे ज्यादा चर्चा केंद्र बिंदु की होती है, जिसे जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है। जानकर हैरानी होगी कि पृथ्वी की सतह के नीचे की वह जगह, जहां पर चट्टानें आपस में टकराती हैं, या टूटती हैं, भूकंप का केंद्र या फोकस कहलाता है। इतना ही नहीं इसे हाइपोसेंटर भी कहा जाता है।

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