हम अपने आस-पास के लोगों को तनाव के बारे में बहुत ही मज़ेदार तरीके से बात करते हुए पाते हैं। कई लोग तनाव से गुज़र रहे लोगों पर टिप्पणी करने से नहीं हिचकिचाते, पूछते हैं कि आप किस बात को लेकर तनाव में हैं! लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सामान्य तनाव के गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं? क्या आपके मन में यह सवाल उठता है कि एक व्यक्ति कितना तनाव झेल सकता है? क्या यह भी तनाव है?

डेट पर जाने से तनाव अधिक

वैसे तो तनाव किसी मुश्किल काम करने को लेकर ज़्यादा होती है, लेकिन कभी-कभी हॉरर फ़िल्म देखना या डेट पर जाना भी तनाव का कारण बन सकता है। जब आपको ख़तरा या कुछ असामान्य महसूस होता है, तो आपके शरीर में अचानक एड्रेनालाईन या कॉर्टिसोल जैसे तनाव वाले हॉरमोन का प्रवाह बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में आपकी हृदय गति बढ़ जाती है, रक्तचाप भी बढ़ जाता है, आपको ऊर्जा भी बढ़ी हुई महसूस होती है ताकि आप इस अचानक आए तनाव से लड़ सकें। इसका असर कुछ समय तक रहता है और शरीर सामान्य हो जाता है। ऐसा तब होता है जब आप किसी ख़ास परिस्थिति या काम को लेकर तनाव महसूस करते हैं।

रिपोर्ट में दावा

अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार, हमारा शरीर थोड़ी मात्रा में तनाव सहने के लिए बना है, लेकिन जब यह तनाव दीर्घकालिक या पुराना हो जाता है, तो हमारे शरीर पर कई बुरे परिणाम देखने को मिलते हैं। पेट में भी कुछ होता है। हम पेट में तितलियाँ उड़ने की बात करते हैं, लेकिन असल में हम तनाव के समय ऐसा महसूस करते हैं।

बार-बार तनाव होने से क्या होता है

अगर बार-बार तीव्र तनाव होता है, तो यह हृदय की धमनियों में सूजन भी पैदा कर सकता है। यह हार्ट अटैक के कई कारणों में से एक है। साथ ही, व्यक्ति जिस तरह से तनाव से लड़ता है, उसका असर कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर भी पड़ता है।