नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच आज 29 जून को बारबाडोस के केनिंग्सटन ओवल स्टेडियम में खेला जाएगा।
यह मुकाबला दोनों ही टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों ही टीमें इस टूर्नामेंट में अब तक अजेय हैं और खिताब जीतने की प्रबल दावेदार हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बारबाडोस की पिच का मिजाज कैसा है और किस टीम को इसका फायदा मिल सकता है?
बारबाडोस में खेले गए 32 टी20 मैचों में से 19 में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है।
भारत और साउथ अफ्रीका दोनों ही टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना पसंद करती हैं।
पिच रिपोर्ट:
तेज गेंदबाजों का स्वर्ग: बारबाडोस की पिच तेज गेंदबाजों को काफी पसंद आती है।
20.22: इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने 20.22 की औसत से 59 विकेट चटकाए हैं।
200+ का स्कोर: इस वर्ल्ड कप में बारबाडोस में केवल एक बार 200+ का स्कोर बना है।
औसत स्कोर: पहले बल्लेबाजी करते हुए टीमों का औसत स्कोर 153 रन रहा है।
किस टीम को मिलेगा फायदा?
भारत:
तेज गेंदबाजी: भारत के पास अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह जैसे तेज गेंदबाज हैं जो बारबाडोस की पिच का फायदा उठा सकते हैं।
अनुभव: भारत के पास रोहित शर्मा, विराट कोहली और सूर्याकुमार यादव जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जो बारबाडोस की पिच पर खेलने की रणनीति बना सकते हैं।
साउथ अफ्रीका:
स्पिन गेंदबाजी: साउथ अफ्रीका के पास तबरेज शम्सी, केशव महाराज जैसे स्पिन गेंदबाज हैं जो बारबाडोस की पिच पर धीमी गति से गेंदबाजी करके विकेट निकाल सकते हैं।
आक्रामक बल्लेबाजी: साउथ अफ्रीका के पास क्विंटन डिकॉक, एडन मार्कराम और हेनरिक क्लासेन जैसे आक्रामक बल्लेबाज हैं जो बारबाडोस की पिच पर तेजी से रन बना सकते हैं।
बारबाडोस की पिच दोनों ही टीमों के लिए चुनौतीपूर्ण है।
यह देखना बाकी है कि कौन सी टीम बारबाडोस की पिच का बेहतर इस्तेमाल करके टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीत पाएगी।