Neeraj Chopra Javelin Throw Final: भारत के मशहूर खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में एक बार फिर भारत की झोली में सिल्वर पदक डाल दिया. उनकी यह बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. वे गोल्ड पदक जीतने से बाल-बाल चूक गए, भाला फेंक में उन्होंने सिल्वलर मेडल अपने नाम किया. इस मुकाबले में पाकिस्तान के नदीम ने सबसे दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीत लिया.
नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल मिलने पर पूरे देश में खुशी छाई है. दो दिन पहले रेसलर विनेश फोगाट वजन के चलते अयोग्य घोषित कर दी गई थीं, जिससे हर किसी की उम्मीदों को झटका लगा था. नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीतकर अब भारतीय को एक बड़ी खुशखबरी दी है. उन्होंने फाइनल मैच के दूसरे प्रयास में 89.45 जैवलिन थ्रो किया, जिसके बाद उनका दूसरा नंबर रहा. ग्रेनाडा के पीटर्स एंडरसन 88.54 के के थ्रो के साथ तीसरे पायदान पर रहे, जिन्हें कांस्य पदक मिला.
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स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाले बने पहले भारतीय
फाइनल मुकाबले में नीरज चोपड़ा मामूली अंतर से स्वर्ण विजेता बनने से चूक गए, जिससे वे काफी निराश हैं. देशभर में उनके रजत पदक जीतने को लेकर काफी खुशी है, क्योंकि देश के नाम एक और मेडल हो गया. दूसरी तरफ नीरज चोपड़ा पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए जिनके नाम जैवलिन थ्रो में स्वर्ण और रजत पदक हैं. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में सबसे दूर थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल अर्जित किया था.
नीरज चोपड़ा को उम्मीद थी कि वे हर हाल में गोल्ड मेडल भारतीय फैंस को गिफ्ट करेंगे, लेकिन पाकिस्तान के नदीम ने पहला स्थान प्राप्त किया. इससे नीरज चोपड़ा को घोर निराश हुई. सिल्वर मेडल जीतने पर भारतीयों की तरफ से उन्हें विजेता बनने पर बधाई और शुभकामनाएं दी जा रही हैं. इससे पहले रेसलर विनेश फोगाट फाइनल मुकाबले में 100 ग्राम ज्यादा वजन के चलते बाहर कर दी गई थीं, जो फैंस के लिए किसी बड़े झटके की तरह था.
निराशाजनक शुरुआत के बाद गजब वापसी
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जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने यह मेडल तब जीता जब उनका पहला प्रयास काफी असफल रहा था. नीरज चोपड़ा पहले ही प्रयास में फाउल कर गए थे, जिससे उनको काफी निराशा देखने को मिली. दूसरे प्रयास में 89.45 का थ्रो फेंका और दूसरे पायदान पर हे. नीरज पर पाकिस्तानी खिलाड़ी नदीम के थ्रो से आगे निकलने का प्रेशर साफ दिख रहा था. पाकिस्तानी खिलाड़ी से आगे निकलने की हड़बड़ाहट में ही वे फाउल करते रहे. उनका केवल एक ही प्रयास सफल रहा और सिल्वर मेडल जीत गए.