नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया ने अपने स्पिनर्स के दम पर शानदार वापसी करने में कामयाब हुई है। तेज गेंदबाजों के खिलाफ देखा जाए तो अच्छी शुरुआत के बाद भी वरुण चक्रवती और कुलदीप यादव ने लगातार विकेट हासिल किए। मगर इन दोनों के अलावा टीम के सबसे सीनियर स्पिनर रवींद्र जडेजा ने कमाल का प्रदर्शन किया। और 12 साल से चले आ रहे अपने इंतजार को पूरी तरह से समाप्त कर दिया।
न्यूजीलैंड ने किया शानदार प्रदर्शन
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में फाइनल के दौरान न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग कर 75 रन पर 3 विकेट गंवाया था। टॉम लैथम और डैरिल मिचेल एक दमदार साझेदारी बनाकर नजर आ रहे थे। टीम को 100 रन के पार पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। टीम को 100 रन के पार पहुंचाने में कामयाब हो गए। ऐसे वक्त में भारत को विकेट चाहिए था तो ये काम रविंद्र जडेजा ने किया था। पारी के 24वें ओवर में जडेजा ने अनुभवी बल्लेबाज लैथम को LBW आउट करने में कामयाब हुए।
12 साल बाद लिया विकेट
ये जडेजा के लिए तो 12 साल बाद आया विकेट बताया गया। टीम इंडिया के लिए पिछले करीब 13-14 साल से खेल रहे जडेजा ने पिछले 12 साल में किसी भी आईसीसी इवेंट के फाइनल में कोई विकेट नहीं हासिल किया। टी20 वर्ल्ड कप 2024, वनडे वर्ल्ड कप 2023, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 और उससे पहले टी20 वर्ल्ड कप 2014 के फाइनल में जडेजा विकेट हासिल करने में कामयाब नहीं हुए थे। संयोग से उनका पिछला विकेट चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के फाइनल मे मिला था।
जडेजा ने टॉम लैथम को 8 दिन के अंदर दूसरी बार आउट करने में सफल रहे। इसके पहले 2 मार्च को दोनों टीमों के बीच भी ग्रुप मैच में जडेडा ने लैथम को आउट किया था। टूर्नामेन्ट में जडेजा ने ये पांचवा विकेट हासिल किया था।
इस फाइनल को लेकर हर किसी की नजरें वरुण चक्रवर्ती पर बनी हुई थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने ग्रुप मैच में पांच विकेट हासिल किए थे। उन्होंने इस दौरान सेमीफाइनल में शानदार गेंदबाजी की थी। वरुण ने निराश भी नहीं किया और जिन्होंने टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाने में कामयाबी हासिल की। आलोचना झेल रहे कुलदीप यादव ने 2 बड़े विकेट लेकर न्यूजीलैंड को बैक फुट पर धकेलने में कामयाबी प्राप्त की।