भारतीय क्रिकेट टीम ने आयरलैंड की टीम के खिलाफ 3 मैचों की टी20 सीरीज को 2-0 से अपने नाम करने में सफलता हासिल की। इस सीरीज का अंतिम मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया था। जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में खेलने पहुंची भारतीय टीम में कई युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मौका इस सीरीज में मिला। इन खिलाड़ियों में यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़ के अलावा बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज़ रिंकू सिंह का नाम प्रमुख तौर पर शामिल था। तीनों ही खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से बेहद प्रभावित किया।
मिला नया फिनिशर
रिंकू सिंह को लेकर इस सीरीज में हर किसी की निगाहें उनके प्रदर्शन पर जमी हुई थी। पहले मुकाबले में रिंकू सिंह को बल्लेबाज़ी करने का मौका नहीं मिला। इसके बाद दूसरे मैच में जब टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी कर रही थी तब रिंकू सिंह को उस वक़्त बल्लेबाजी मिली जब भारतीय टीम 105 रनों के स्कोर पर 3 विकेट खो चुकी थी। यहां से बाएं हाथ के इस युवा बल्लेबाज़ ने एक छोर से रन गति को तेज करने का काम शुरू कर दिया।
टीम इंडिया का स्कोर जो एक समय मुकाबले में 160 के करीब तक पहुंचता हुआ नज़र आ रहा था, रिंकू सिंह ने उसे अपनी शानदार बल्लेबाज़ी के ज़रिए 180 के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। सिर्फ 21 गेंदों में 38 रनों की ज़ोरदार पारी खेलने वाले रिंकू सिंह ने मुकाबले में पूरी तरह से टीम इंडिया की पकड़ मजबूत बना दी।
टी20 प्रारूप में पिछले काफी वक़्त से भारतीय टीम में एक मैच फिनिशर की कमी को महसूस किया जा रहा था, लेकिन बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज़ रिंकू सिंह ने जिस तरह से इस मैच में प्रदर्शन किया, उससे हर किसी को उनके अंदर एक फिनिशर नज़र आने लगा है। उम्मीद है कि रिंकू आगे भी ऐसे ही प्रदर्शन को जारी रखेंगे।