टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में भारत की रोमांचक जीत में ऋषभ पंत की भूमिका को लेकर क्रिकेट जगत में काफी चर्चा हो रही है। विराट कोहली और अक्षर पटेल की शानदार बल्लेबाजी, शिवम दुबे का विस्फोटक कैमियो, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह और हार्दिक पांड्या की घातक गेंदबाजी के अलावा सूर्यकुमार यादव का अद्भुत कैच, इन सबके बीच ऋषभ पंत की एक “फीजियो” चाल पर सुनील गावस्कर ने खास ध्यान दिलाया है।
क्या है यह “फीजियो” चाल?
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में जब हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर क्रीज पर जमे हुए थे और भारत के गेंदबाजों पर दबाव बना रहे थे, तब ऋषभ पंत ने मैच के 17वें ओवर में फीजियो को बुलाकर अपने घुटने पर स्ट्रैप लगवाया। इस दौरान करीब 4-5 मिनट का खेल रुक गया।
इस चाल का क्या रहा फायदा?
सुनील गावस्कर का मानना है कि ऋषभ पंत की इस चाल ने मैच का रुख भारत के पक्ष में बदल दिया।
क्लासेन का टूटा रिदम: क्लासेन, जो उस समय 46 रन बनाकर खेल रहे थे, का फीजियो के आने से ध्यान भंग हुआ और उनका बल्लेबाजी का ताल टूट गया।
रणनीति बनाने का मौका: कप्तान रोहित शर्मा और गेंदबाजों को रणनीति बनाने के लिए थोड़ा समय मिल गया।
मिलर पर भी पड़ा असर: मिलर पर भी थोड़ा मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ा।
नतीजा:
जैसे ही खेल शुरू हुआ, क्लासेन अगली ही गेंद पर हार्दिक पांड्या की गेंद पर आउट हो गए। इससे पहले के ओवर में बुमराह ने महज 4 रन दिए थे। क्लासेन और मिलर पर पहले से ही थोड़ा दबाव था, जो फीजियो के आने से और बढ़ गया। नतीजतन, वे गलती कर बैठे और भारत को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली।
सुनील गावस्कर ने कहा, “कभी-कभी छोटी-छोटी टेक्टिक काम कर जाती हैं और मैच का नतीजा बदल सकती हैं। ऋषभ पंत ने जो किया, वह इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। उनकी इस चाल ने क्लासेन का ध्यान भंग किया, कप्तान को रणनीति बनाने का मौका मिला और भारत को एक महत्वपूर्ण विकेट मिल गया।”
ऋषभ पंत की “फीजियो” चाल, जो पहली नज़र में मामूली लग सकती है, ने भारत की टी20 विश्व कप 2024 जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह दर्शाता है कि क्रिकेट में सिर्फ शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी ही नहीं, बल्कि चतुर रणनीति भी जीत का आधार बन सकती है।