वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम दूसरे वनडे में भारत को हराकर अपना गौरव बचाने में कामयाब रही। वनडे वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद इस फॉर्मेट में टीम का हौसला कम हो गया था, लेकिन इस बार उन्होंने भारत के खिलाफ जोरदार पलटवार किया।
हालांकि वेस्टइंडीज टीम में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है, लेकिन निरंतरता उनके लिए लगातार मुद्दा रही है। हालांकि, दूसरे मैच में उन्होंने भारत को महज 181 रन पर ढेर कर अपना दमखम दिखाया।
रोमारियो शेफर्ड इस महत्वपूर्ण जीत में गेंदबाजी लीडर के रूप में उभरे, जिन्होंने 8 ओवरों में 3/37 के प्रभावशाली गेंदबाजी की। भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ इतना अच्छा प्रदर्शन करना कैरेबियाई गेंदबाज के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।
मैच के बाद शेफर्ड ने कहा कि टीम किसी भी कीमत पर भारत पर जवाबी पलटवार करेगी, खासकर पहला वनडे हारने के बाद। उन्होंने अधिक इरादे दिखाने और पिच पर सही जगह में गेंद डालने पर ध्यान केंद्रित किया। यह सोच फायदेमंद रही और शेफर्ड ने महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिनमें रवींद्र जड़ेजा, अक्षर पटेल और ईशान किशनको उन्होंने अपना शिकार बनाया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका सफलता का कारण कुछ भारतीय बल्लेबाजों को फुल-लेंथ गेंदें फेंकने से बचना था, क्योंकि उस रणनीति ने उन्हें पिच से कुछ हासिल करने की अनुमति दी थी। उनके शुरुआती विकेटों ने भारत पर दबाव बना दिया, जिससे वेस्ट इंडीज की अंतिम जीत की नींव तैयार हो गई।
शेफर्ड ने भारतीय टीम के खिलाफ गेंदबाजी करने की चुनौती को स्वीकार किया, जो अपनी मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप के लिए जानी जाती है, चाहे वे किसी भी खिलाड़ी को मैदान में उतारें। ऐसे में इतनी मजबूत टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना उनके लिए विशेष महत्व रखता है।
दूसरे वनडे में भारत पर वेस्टइंडीज की जीत टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाली जीत थी, और इस जीत ने इस फॉर्मेट में अच्छा करने की उनकी क्षमता को भी प्रदर्शित किया। जैसे-जैसे वे आगे बढ़ेंगे, निरंतरता फोकस का प्रमुख क्षेत्र बनी रहेगी और उनका लक्ष्य इस जीत को आगे बढ़ाना और भविष्य में और अधिक बेहतर प्रदर्शन करना होगा।