नई दिल्लीः कहते हैं कि मेरे भाइयों समय बलवान होता है, जिसका पता नहीं कब बदल जाए। कभी-कभी बड़े मेहनती लोग भी कमजोर किस्मत के चलते आगे नहीं बढ़ पाते हैं, लेकिन जिनका नसीब अच्छा होता है उनके रास्ते से मुसीबतें भी अलग हो जाती हैं। क्रिकेट में भी एक ऐसा उदाहरण हमारे सामने है। आज हम भारतीय टीम में अहम किरदार निभाने वाले पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे की बात कर रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट में काफी लंबे समय से वापसी नहीं कर पाए हैं जिससे अब लगता है की नीली जर्सी में खेलने का बस सपना ही रह गया है। इतना ही नहीं टेस्ट मैच में कमाल का प्रदर्शन कर अपनी हर जगह छाप छोड़ी, लेकिन अब इसमें भी वापसी नहीं कर पा रहे हैं। आखिरी मैच उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था, जिसके बाद अब एक बड़ा फैसला लिया है।
अजिंक्य रहाणे ने लिया यह बड़ा फैसला
भारतीय टीम में अहम धुरी रहे अजिंक्य रहाणे ने एक बड़ा फैसला लेकर सबको चौंका दिया है। उन्होने इंग्लैंड की काउंटी लिसेस्टशर का दामन थामा है। वे अब इस टीम के लिए बल्ले से कहर बरपाते नजर आएंगे। नजर आएंगे। रहाणे काउंटी के लिए वनडे कप में शामिल होंगे, जो मैदान पर अपना हुनर दिखाते नजर आएंगे। इस समय वनडे कप जारी है।
रहाणे इस टूर्नामेंट के दूसरे हाफ में खेलते नजर आएंगे। रहाणे टीम के आखिरी के पांच मैचों में टीम के लिए बल्लेबाजी करते नजर आएंगे। वह वियान मुल्डर की जगह टीम में शामिल किए गए हैं। रहाणे मुल्डर दक्षिण अफ्रीका टीम के साथ अगस्त में वेस्टइंडीज के दौरे पर भी जाएंगे। लिसेस्टशर फोक्स इस टूर्नामेंट की मौजूदा विजेता है।
जानिए रहाणे के करियर कैसा रहा
अजिंक्य रहाणने सभी फॉर्मेट में अपने बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर फैंस का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने अभी तक 188 प्रथम क्लास मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 45.76 की औसत से 13,225 रन बनाने का काम किया है। रहाणे ने 57 अर्धशतक और 39 शतक लगाए हैं। लिस्ट-ए में रहाणे ने 182 मैच खेलकर 39.72 की औसत से 6475 रन बनाए। इस प्रारूप में उन्होंने 10 शतक और 45 अर्धशतक जमाने का काम किया है। इसके अलावा रहाणे ने भारतीय टीम के लिए रहाणे ने 85 टेस्ट मैच खेले हैं और 38.46 की औसत से 5077 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 12 शतक और 26 अर्धशतक निकले हैं।