नई दिल्ली: कपिल देव, धोनी या रोहित शर्मा – ये नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखे गए हैं। इन तीनों ने ही अपनी-अपनी काबिलियत से भारतीय क्रिकेट टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। लेकिन सवाल यह है कि इन तीनों में से कौन भारत का सबसे महान कप्तान है? इस बहस पर विराम लगाते हुए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान डेविड लॉयड ने अपना फैसला सुना दिया है।
लॉयड ने सौरव गांगुली को भारत का सबसे महान कप्तान बताया है। उनके अनुसार, गांगुली ने भारतीय क्रिकेट में एक क्रांति ला दी। उन्होंने भारतीय टीम को आक्रामक बनाया और विदेशी धरती पर भी डटकर मुकाबला करने की क्षमता दी। गांगुली के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने एक नई पहचान बनाई।
डेविड लॉयड ने कहा कि गांगुली ने भारतीय क्रिकेट में आत्मविश्वास का इंजेक्शन लगाया। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को मौके दिए और उन्हें विश्वास दिलाया। गांगुली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने कई ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
हालांकि, कपिल देव और धोनी ने भी भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है। कपिल देव ने 1983 विश्व कप जीतकर देश को पहला विश्व कप दिलाया, जबकि धोनी ने लगातार तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतकर भारत को विश्व विजेता बनाया।
लेकिन डेविड लॉयड के अनुसार, सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट के DNA में बदलाव लाया। उन्होंने भारतीय टीम को एक ऐसी टीम बनाया जो किसी से नहीं डरती थी। गांगुली के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने नई ऊंचाइयों को छुआ।
यह तो बताना मुश्किल है कि कौन भारत का सबसे महान कप्तान है। लेकिन डेविड लॉयड के बयान ने इस बहस को एक नया मोड़ दिया है।