प्रवेश वर्मा ने आप विघायकों का खोला चिट्ठा, केजरीवाल के चुनाव हारने का सच आया सामने

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में शुक्रवार (28 मार्च) को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ। सदन […]

Pravesh Verma exposed the secrets of AAP MLAs, the truth behind Kejriwal's defeat in the elections came out

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में शुक्रवार (28 मार्च) को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ। सदन में एक सवाल के जवाब में मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि आज विपक्ष के विधायक हमारे पास आकर कह रहे हैं कि उनके इलाके में पानी नहीं आ रहा है। उनके विधायक आए और कहा कि हमें खुशी है कि अरविंद केजरीवाल हार गए। उनके कई सदस्य जो मुझसे आकर मिले, उन्होंने कहा कि आप मेरी कसम खाकर मेरा नाम मत लीजिए। इसके बाद आप विधायकों ने प्रवेश वर्मा के बयान का विरोध किया और हंगामा शुरू हो गया। आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने सवाल पूछा, सदन में बेबुनियाद बातें नहीं होंगी।

सरकार के खिलाफ पोस्टर दिखाए

आपको उस व्यक्ति का नाम बताना पड़ेगा जिसने आकर आपको बताया। प्रवेश वर्मा ने कहा, अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा है तो मुझे बताना पड़ेगा कि पिछली सरकार की नाकामी की वजह से नहीं आ रहा है। यह बात वह खुद जानते हैं। नाम उजागर करने की मांग पर प्रवेश वर्मा ने कहा, “कई सदस्य मुझसे आकर मिले और कहा कि भाई मैं आपको शपथ दिलाता हूं कि आप मेरा नाम नहीं लेंगे। अगर मैंने नाम लिया तो शपथ टूट जाएगी।

स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आप विधायक संजीव झा और कुलदीप कुमार को मार्शल के जरिए सदन से बाहर निकाल दिया। आप विधायकों ने सदन में पूछा था कि महिलाओं को 2500 रुपये कब मिलेंगे। मंत्री प्रवेश वर्मा ने कोई समय सीमा नहीं बताई और कहा कि जल्द ही मिलेंगे। इसके बाद आप विधायकों ने सदन में सरकार के खिलाफ पोस्टर दिखाए, जिस पर स्पीकर ने फैसला लेते हुए आप विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया। आप विधायक विशेष रवि, मुकेश अहलावत, नेता प्रतिपक्ष आतिशी, प्रेम चौहान और वीरेंद्र कादयान को भी सदन से बाहर निकाल दिया गया।

कार्यवाही शुरू न हो सके

दिल्ली विधानसभा की बैठक 1 और 2 अप्रैल को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने कहा, “सदन की कुल संख्या 70 है। विपक्ष की संख्या 22 है और सत्ता पक्ष की संख्या 47 है। सदन समय पर शुरू हो सकता था क्योंकि प्रश्नकाल होना था। विपक्ष ने बहुत गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया, विपक्ष के विधायक सदन में आए लेकिन जब उन्होंने देखा कि सत्ता पक्ष के विधायक कम हैं तो वे सदन से बाहर चले गए ताकि विधानसभा की कार्यवाही शुरू न हो सके।

विपक्ष ने ऐसा व्यवहार तब किया है जब पहले 6 प्रश्न विपक्षी सदस्यों ने पूछे थे। उन्होंने आगे कहा, “गुरुवार को सदन 11:00 बजे शुरू हुआ और शाम 7:00 बजे तक चला। मैं सत्ता पक्ष के विधायकों को बधाई देता हूं कि सदन कितनी देर तक चला। मैं सम्मान देना चाहता हूं कि आपकी जिम्मेदारी बढ़ गई है क्योंकि विपक्ष गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा है, अब सत्ताधारी विधायकों को ध्यान देना होगा क्योंकि आपको कुल संख्या के 50 प्रतिशत से अधिक सदन में रहना होगा क्योंकि वे कभी भी ऐसा कर सकते हैं।

जांच होनी चाहिए

सीएम रेखा गुप्ता ने सीएजी रिपोर्ट आने के बाद डीटीसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए स्पीकर से इसे जांच के लिए पीएसी को भेजने की मांग की। उन्होंने कहा कि डीटीसी कर्ज में है। हम निश्चित रूप से डीटीसी को बेहतर तरीके से चलाएंगे और राजस्व भी आएगा और मैं कार्ड जारी करूंगा ताकि महिलाओं को मुफ्त और बेहतर बस सेवा मिले। भाजपा विधायक करनैल सिंह ने सदन में कहा कि ‘आपदा’ सरकार में जितने भी रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के आधार कार्ड बने हैं, उनकी जांच होनी चाहिए।

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