राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ ही बारिश और ओलावृष्टि का दौर शुरू हो गया। गुरुवार दोपहर को जयपुर, सीकर, भरतपुर, दौसा, अलवर, बीकानेर और चूरू के इलाकों में कई जगहों पर बारिश हुई. चौमूं (जयपुर), कोटपूतली-बहरोड़, बानसूर समेत कई इलाकों में ओले भी गिरे. मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 8 जिलों में आंधी-तूफान और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 15 मार्च को 11 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.

3 डिग्री तक गिरा पारा

सीकर में सबसे ज्यादा 8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि अलवर में 2.4 मिमी बारिश हुई. गुरुवार दोपहर को बीकानेर, चूरू, भरतपुर और जयपुर शहरी इलाकों में बारिश हुई. मौसम में आए इस बदलाव से कई शहरों का तापमान 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. कल सभी शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. कल अधिकतम तापमान चित्तौड़गढ़ में 39.7 डिग्री सेल्सियस और कोटा में 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

फसलों के नुकसान होने की आशंका

ओलावृष्टि, तूफान और बारिश से फसलों को नुकसान होने की आशंका है. इस समय रबी की फसलें (गेहूं, सरसों, तारामीरा, चना) पक चुकी हैं और कई जगहों पर कटाई का काम चल रहा है।इसके अलावा कई जिलों में फसलें कटकर जिंस के रूप में मंडियों में बिकने आ गई है और खुले में पड़ी है। इन फसलों के गीले होने से इनके नुकसान पहुंचने की आशंका है।

आज इन जिलों के लिए येलो अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने आज 8 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. यहां बादल छाने और बारिश के साथ-साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी और कुछ जगहों पर ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी की गई है. वहीं, 16 मार्च से इस सिस्टम का असर खत्म हो जाएगा और प्रदेश में फिर से आसमान साफ ​​होगा और धूप निकलेगी.