लखनऊ: उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने कल यानी 12 मार्च 2025 को लोकसभा में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत उत्तर प्रदेश में मिलने वाले दैनिक मानदेय को बढ़ाने की मांग की है। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने लोकसभा में मनरेगा के तहत यूपी में मिलने वाले दैनिक मानदेय को बढ़ाने की मांग करते हुए कहा, ‘मैं सदन में एक महत्वपूर्ण विषय पर बात करना चाहता हूं।
महिलाओं की भागीदारी 42.26 प्रतिशत
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना ग्रामीण क्षेत्रों में एक बहुत अच्छा कार्यक्रम है। जिसकी मदद से पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी रोजगार मिलता है। लेकिन मनरेगा के तहत उत्तर प्रदेश में मानदेय 237 रुपये प्रतिदिन है। जिसमें महिलाओं की भागीदारी 42.26 प्रतिशत है।’ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि, चूंकि इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलता है और अगर इसकी दैनिक मजदूरी दर बढ़ाई जाती है तो इसका सीधा लाभ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा। मनरेगा का मानदेय बढ़ाने से मुख्य रूप से महिलाओं को फायदा होगा।
मजदूरी बढ़ाई जानी चाहिए
देश के हरियाणा राज्य में इस योजना का दैनिक मानदेय 347 रुपये, गोवा में 356 रुपये, कर्नाटक में 349 रुपये, केरल में 346 रुपये तथा उत्तर प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के तहत अकुशल मजदूरी भत्ता भी 400 रुपये प्रतिदिन है। मैं मांग करता हूं कि सरकार मनरेगा का मानदेय 237 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये करे। मनरेगा का दैनिक मानदेय बढ़ाने को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इसी साल जनवरी में ग्राम्य विकास विभाग के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक भी की थी। जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि अन्य राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी मनरेगा मजदूरों की न्यूनतम दैनिक मजदूरी बढ़ाई जानी चाहिए।
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