IPL 2024: आईपीएल को लेकर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने दे दिया बड़ा बयान

Graeme Smith on IPL: अपने देश के सबसे सफल टेस्ट क्रिकेटरों में होने के बावजूद स्मिथ का मानना है कि खेल के विकास और उसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिये टी20 जरूरी है ।

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) और शुभमन गिल (Shubman Gill) जैसे युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से प्रभावित दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ (Greem Smith on IPL) ने कहा कि वे भी आईपीएल (IPL) से प्रेरणा लेकर ‘दक्षिण अफ्रीका 20′ लीग के जरिये हर प्रारूप में खेल सकने वाले खिलाड़ी तैयार करना चाहते हैं. जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा जबकि गिल ने दूसरी पारी में शतक लगाकर भारत को पांच मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी दिलाई. हर प्रारूप में खेलने वाले सबसे सफल खिलाड़ियों में रहे स्मिथ ने भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘भारतीय क्रिकेट के पास प्रतिभाओं की कमी नहीं है. इन दोनों खिलाड़ियों के हुनर को आईपीएल ने मंच दिया था और वे इतने प्रतिभावान थे कि अब टेस्ट में भी अच्छा खेल रहे हैं  ।

दक्षिण अफ्रीका के लिये 117 टेस्ट में 9265, 197 वनडे में 6989 और 33 टी20 में 982 रन बनाने वाले इस पूर्व कप्तान ने कहा ,‘‘ अब प्रतिभायें कई मंचों से आ रही है और अगर आप में हुनर है तो आप हर प्रारूप में खेल सकते हैं.” अपने देश के सबसे सफल टेस्ट क्रिकेटरों में होने के बावजूद स्मिथ का मानना है कि खेल के विकास और उसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिये टी20 जरूरी है. ‘बेतवे दक्षिण अफ्रीका20′ लीग के कमिश्नर ने कहा, ‘‘ मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है और मैं चाहता हूं कि यह मजबूत रहे लेकिन यह प्रारूप कम देश खेलते हैं.

टी20 क्रिकेट से खेल को नये दर्शक , नये खिलाड़ी और नये बाजार मिल रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिये भी जरूरी है कि हमारी अपनी लीग इस प्लेटफार्म का काम करे.” कभी बेहतरीन टेस्ट क्रिकेटर देने वाली दक्षिण अफ्रीका टीम के टेस्ट क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन से मायूस स्मिथ ने कहा ,‘‘ दुख होता है यह देखकर . हमने इतने समय से अच्छा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है . हमारे पास अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन 40 से ऊपर औसत नहीं है . हमारे समय में छह खिलाड़ी ऐसे थे जिनका औसत 50 से ऊपर था.”

 

स्मिथ का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट के सामने असल चुनौती शेड्यूल नहीं बल्कि वित्तीय ढांचा है. एमसीसी क्रिकेट समिति के सदस्य ने कहा ,‘‘ हर कोई शेड्यूल की बात करता है लेकिन असल में समस्या वित्तीय मॉडल है. हम एमसीसी क्रिकेट समिति की बैठकों में भी बात करते हैं कि राजस्व साझा करने का मॉडल क्या होना चाहिये कि सभी देश आर्थिक रूप से इतने मजबूत हों कि टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहें . खिलाड़ियों को लगता है कि टी20 में ज्यादा पैसा है और वे उसे तरजीह देते हैं जिससे दूसरे प्रारूप पर असर पड़ता है .”