स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने हिंसा पर खौला खून, गाय के समर्थन में नहीं खड़ा राजनीतिक दल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda) ने एक अहम मुद्दे पर मीडिया को संबोधित […]

Swami Avimukteshwarananda got angry over violence, no political party stands in support of cow

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda) ने एक अहम मुद्दे पर मीडिया को संबोधित किया। ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसक घटनाओं पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जब पहले गायों की हत्या हो रही थी, तो उन्हें क्यों नहीं रोका गया, उनकी रक्षा क्यों नहीं की गई। गायों के आशीर्वाद से उनकी रक्षा होती। इस दौरान शंकराचार्य ने 140 करोड़ में से 33 करोड़ गाय मतदाता बनाने का ऐलान किया।

सड़क पर रखा गया

मतदाताओं को शपथ दिलाई जाएगी कि वे उसी को वोट देंगे जो गाय के कल्याण की बात करेगा। शंकराचार्य ने कहा कि 17 मार्च को सरकार ने हमें दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी बात रखने की अनुमति नहीं दी। हम राजनीतिक दलों के कार्यालयों में जाकर अपनी बात रखने के लिए तैयार थे, लेकिन पुलिस आ गई। हमें 3 घंटे तक सड़क पर रखा गया। राजनीतिक दलों के साथ भी कई प्रयास किए गए, प्रयागराज महाकुंभ में भी यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन किसी राजनीतिक दल ने हमारा साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हमने सभी राजनीतिक दलों से साफ तौर पर पूछा था और उन्हें 35 दिन का समय दिया था. 17 मार्च से अब तक 15 दिन हो गए हैं लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया.

उम्मीद नहीं रखनी चाहिए

भारतीय जनता पार्टी को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों में जहां भी उनकी सरकार है, उन्होंने हमारा विरोध किया, कैबिनेट बुलाई और प्रस्ताव पारित करवाया. यह वही पार्टी है जिसने अनुच्छेद 370 हटाने के बहाने कश्मीर में गोहत्या पर पहले से मौजूद कठोर सजा को खत्म कर दिया. शंकराचार्य ने कहा कि पूर्वोत्तर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लिखकर दिया था कि गाय खाना हमारी संस्कृति है. भारतीय जनता पार्टी से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं लेकिन वो भी गाय के साथ खड़ी नहीं हैं. ये बात पूरी तरह से साफ हो गई है. भारत में कोई भी राजनीतिक दल ऐसा नहीं है जो गाय के समर्थन में खड़ा हो. हमें उनसे कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए.

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